(क) पूँजीपतियों का मुख्य उद्देश्य था अधिक से अधिक ..............कमाना ।
उत्तर:- मुनाफा
(ख) पंद्रहवीं शताब्दी में एक नये आंदोलन की शुरूआत हुई जिसे........ कहते है।
उत्तर:- पुनर्जागरण
(ग) मशीनों से वस्तुओं के उत्पादन की प्रक्रिया को........ क्रांति कहते हैं।
उत्तर:- औद्योगिक
(घ) .............में सरकारी दस्तावेजों को सुरक्षित रखा जाता है।
उत्तर:- अभिलेखागार
(ङ) समय के साथ देश और राज्य की............ सीमाओं में परिवर्तन होते रहते हैं।
उत्तर:- भौगोलिक
2. सही और गलत बताइए
(क) वैज्ञानिक पद्धति का अर्थ है प्रश्न प्रस्तुत कर प्रयोग द्वारा ज्ञान प्राप्त करना ।
उत्तर:- सही
(ख) अंग्रेज इतिहासकार जेम्स मिल का भारतीय इतिहास का धर्म के आधार पर बांटना उचित था।
उत्तर:- गलत
(ग) अमरीकी स्वतंत्रता संग्राम के बाद वहाँ के लोगों ने गणतंत्र प्रणाली की शुरूआत नहीं की।
उत्तर:- गलत
(घ) ऐतिहासिक स्रोतों से एक आम आदमी के बारे में भी जानकारी मिलती है।
उत्तर:- गलत
(ङ) आजादी के पहले हमारे देश की जो भौगोलिक सीमा थी, आजादी के बाद भी वही रह गई।
उत्तर:- गलत
पाठ से
(i) मध्यकाल और आधुनिक काल के ऐतिहासिक स्रोतों में आप क्या फर्क पाते हैं ? उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर-मध्यकाल के ऐतिहासिक स्रोत जैसे अभिलेख पत्थरों, चट्टानों, ताम्रपत्रों, पाण्डुलिपियों की मदद से कुछ खास लोगों, विशेषतः शासकों के बारे में कुछ ही जानकारियाँ मिलती हैं। पर आधुनिक काल में ऐतिहासिक स्रोतों की संख्या अधिक व व्यापक जानकारी वाले और अधिक प्रमाणिक हो गये । आधुनिक युग में इन स्रोतों की संख्या और विविधता में और भी वृद्धि हुई है। मध्यकाल में हाथ से पाण्डुलिपियाँ बनती थीं जिनकी संख्या बेहद सीमित होती थी। पर आधुनिक युग में छापेखाने (प्रेस) के आविष्कार से सरकारी विभाग की कार्रवाइयों तक के दस्तावेज की कई प्रतियाँ बनना संभव हो गया। इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों की प्रतियाँ को अभिलेखागारों एवं पुस्तकालयों में देखा जा सकता है। अब ये भी बड़े महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्रोत साबित हो रहे हैं।
(ii) जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को जिस प्रकार काल खंडों में बाँटा, उससे आप कहाँ तक सहमत हैं?
उत्तर- इतिहासकार और राजनीतिक दार्शनिक जेम्स मिल ने इतिहास को तीन खंडों में (हिस्ट्री ऑफ ब्रिटिश इंडिया) ब्रिटिश भारत का इतिहास नामक एक पुस्तक लिखी। अपनी इस किताब में जेम्स मिल ने भारत के इतिहास को हिन्दू-मुस्लिम और ब्रिटिश इन तीन काल खंडों में बाँटा । यह विभाजन इस विचार पर आधारित था कि शासकों का धर्म ही एकमात्र महत्वपूर्ण ऐतिहासिक परिवर्तन होता है। कालखंड के इस निर्धारण को उस वक्त लोगों ने मान भी लिया। पर ऐसा करना गलत था । किसी भी स्थान या देश के इतिहास का निर्धारण मात्र उस देश के शासक के धर्म पर नहीं होता। इसके पीछे कई कारक होते हैं जिनमें आर्थिक, सांस्कृतिक, वैचारिक और राजनीतिक आदि कारण शामिल होते हैं। जेम्स मिल ने जिस तरह से भारतीय इतिहास को धर्म के आधार पर बांटा है उससे मै बिल्कुल भी सहमत नहीं हूँ क्योंकि किसी भी कालखण्ड का इतिहास एक तरह के लोगों से अकेले नहीं बनता बल्कि समाज के सारे लोगों को एक साथ मिलकर साथ चलने से बनता है।
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